प्रति,
प्रिय पाठकगण,
सादर नमस्कार,
आपको ये बताते हुए हमें हर्ष हो रहा है, की हमारा नया उपक्रम, ‘मायन चिकित्सालय’ साल २०२३ में शुरू हुआ है। ये एक भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा शोध और प्रशिक्षण संस्थान है, जो आमजनों को मायन चिकित्सा पद्धति के विभिन्न उपचार प्रकारों से अवगत कराता है। इस पद्धति में मायन कुलदैवत, कुलाचार और ज्योतिष्य, मायन सावधान विश्राम विचार विकास प्रणाली और विपश्यना, मायन मालिश और जल चिकित्सा, मायन जैविक घड़ी और जीवनावस्था सुधार और मायन पंध्रहखड़ी और अवांतर वाचन पाठ इन उपचार प्रकारों का समावेश है।
मायन चिकित्सा पद्धति का उपयोग कुल परिष्कार, परिवारिक क्लेश निराकरण, पारिवारिक संबध सुधार, पारिवारिक समृद्धि, सटिक आजीविका साधन अथवा पर्याय का चुनाव, एकाग्रता और मन:शांति के लिए, शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक पीड़ा निराकरण, जैविक घड़ी सुधार, जीवनावस्था सुधार, वाणी विकास और बुद्धि प्रशिक्षण के लिए कारगर साबित होता है।
मैं, मायन चिकित्सालय का संस्थापक, एम. डी. हिरेखन, अपनी स्नातक स्तर शिक्षा वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति, बैचलर ऑफ़ रेल्फेक्सोलोजी एंड एक्यूप्रेशर थेरेपी (BRAT) में पूरी कर चूका हूँ। उसके उपरांत मालिश चिकित्सा में विशेष प्रमाणपत्र हासिल भी किया है। मेरा मायन चिकित्सा पद्धति पर शोध कार्य बहुत पहले से चल रहा है। इस चिकित्सा पद्धति में रेल्फेक्सोलोजी, एक्यूप्रेशर, मर्म, मालिश, जल चिकित्सा, संस्पर्श, जैविक घड़ी और जीवनावस्था विकास क्रम का सटिक मेल बिठाकर इसे विकसित किया गया है। पुराने ज़माने में ये पहले से ही प्रचलित रही है। अबके सिर्फ उसकी जानकारी को सही तरीके से संकलित किया जा रहा है। जानकारी के शोध, संकलन और प्रशिक्षण का काम अभी भी जारी है। इस चिकित्सा पद्धति के संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने हेतु आप हमारी इसी वेबसाइट पर उपलब्ध पाठ्यक्रम किताबें पढ़ सकते है।
आप भी हमारे इस शोध और प्रशिक्षण उपक्रम में सहभागी हो सकते है। और इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति का अभ्यास कर अपने आप को उपकृत करा सकते है। आप को इस पद्धति के शोध कार्य में सहकार्य करने के लिए हम सहर्ष आमंत्रित करते है। इसके लिए आपको सिर्फ इस वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई मायन चिकित्सा पद्धति से संबंधित प्रकाशित सामग्री का अध्ययन करना है। आप अपने सुझाव आप हमारी ई-मेल mayanchikitsalaya@gmail.com पर भेज सकते है। इस शोध कार्य में आपके सहयोग के लिए हम तहे दिल से अपने पाठकों के शुक्रगुजार रहेंगें। आशा करते है आप सभी को ये चिकित्सा पद्धति उपयुक्त लगेगी और इसके अवलंबन से अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में आप खुद पूरी तरह से सक्षम होगें।
धन्यवाद!
प्रेषक,
एम. डी. हिरेखन
संस्थापक,
मायन चिकित्सालय,
भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा शोध और प्रशिक्षण संस्थान,
नागपुर, महाराष्ट्र, भारत - ४४००२३।