§ मायन कुलदैवत और कुलाचार : कुल निर्धारण, कुलदैवत निर्धारण, कुलदैवत को प्रसन्न करने हेतु सम्यक मायन संस्कार, सरल मायन संस्कार, मायन अष्टांग यम-नियम, मायन ध्यान, मायन प्रार्थना, मायन निसर्ग नियम, आदि कुलोपचारों के माध्यम से पारिवारिक केल्श निवारण, संबंध सुधार और समृद्धि विकास करना।
§ मायन ज्योतिष्य और ज्योतिष्य आधारित उपचार: सटिक जाँच के साथ मनुष्य के जीवन के सामान्य सत्य आधारित घटनाक्रम के बारें में सुझाव और विशेषत: युवाओं को उनके आजीविका का सही पर्याय चुनने के लिए मायन एस्ट्रो कैरियर कांसेलिंग।
§ मायन मालिश और जलचिकित्सा : (मायन मालिश) प्रसुतिपुर्व और प्रसूति उपरांत माता मालिश, नवजात शिशु मालिश, हाथ-पैर-सिर-बाल-चेहरे की मालिश, संपूर्ण शरिर की मालिश, खेल मालिश, गहरी उतक मालिश, वयोवृद्ध मालिश, बीमार/बीमारीग्रस्त की मालिश, स्व मालिश। (मायन जलचिकित्सा) आवेष्टन, पट्टबन्धन, सर्वांगस्नान, एकांग स्नान, बाष्पस्नान, फुहार स्नान, कटी घर्षण स्नान, पोटली सेंक, उष्ण सेंक, शीत सेंक, प्रक्षालन, आसेक-सेक, जलपान, वमन, कुंजल, नस्य कर्म, एनिमा।
§ मायन जैविक घड़ी और विकासात्मक जीवनावस्था प्रणाली: दैनिक नित्यक्रम को समय के नुसार निर्धारित कर जैविक घड़ी का सुधार करना और मनुष्य विकास की जीवनावस्थाओं को पहचान कर अटके पड़े शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास को सुचारू करना।
§ मायन सावधान विश्राम विचार विकास प्रणाली और विपश्यना: (मायन सावधान विश्राम विचार विकास प्रणाली) सविराम विस्फ़ोटक विचार विकार और अविराम अभद्र विचार विकार के लिए उपचार के उपलब्ध विशेष विचार विकास प्रणाली का प्रशिक्षण। (मायन विपश्यना) : मानव मस्तिष्क के मूल स्वभाव विपश्यना को सहज कर सामरिक लक्ष्य को पाने हेतु आवश्यक एकाग्रता और मन:शांति के लिए विपश्यना ध्यान प्रयोग। सांस, वाणी, और स्पंदन के प्रति साक्षीभाव रख साक्षीसत्य तक पहुचने के लिए मार्गदर्शन।
§ मायन पंध्रहखड़ी और पंद्रह खड़ी वर्णाक्षरों के पारदर्शी और परावर्ती शब्दार्थ : मातृभाषा से जुड़ी समस्याएँ बुद्धि के प्रशिक्षण के मार्ग लिखना, पढ़ना, बोलना, सुनना और सोचना की तकनीक को इस्तेमाल कर वाणी का विकास करती बुनियादी भाषा शिक्षा और भाषा चिकित्सा प्रयोग मार्गदर्शन। प्रणाली के अत्याधिक अभ्यास के लिए के अवांतर विषयों पे वाचन पाठ उपलब्ध।
§ माँ नाम सुमिरनी और माँ नाम स्मरण : (माँ नाम सुमिरनी) माँ नाम के सुमिरन के साथ जीवनतथ्यों से मुख़ातिब हो आत्म खोज के लिए जीवनलक्ष्य प्रदान करती माँ नाम सुमिरनी। (माँ नाम स्मरण) मानव मन के विकास की सही दिशा की तरफ़ अग्रेसर करती सक्रियण कुंजी का काम करता माँ नाम। नित्यक्रम स्मरण से वाणी शुद्धिकरण में मदत।
§ संक्षिप्त श्वास साधना : श्वास के प्रकार-उत्तेजक श्वास, गहरी श्वास और सहज श्वास का नित्यक्रम अभ्यास से अपने आप को ध्यान के लिए परिपक्व करने के लिए संक्षिप्त श्वास साधना।
§ मारायण: मार माने मन की दोलायमान अवस्था, उसके क्रियाकलापों का क्रम माने मारायण और मार से मुक्ति के मार्ग के बारें में मार्गदर्शन। जीवन से मार के अस्तित्व को हटाकर सुव्यवस्थित ढंग से जीवन को सुनियोजित कर प्रगति और विकास के मार्ग पर अग्रेसर करने में सहायक उपचारों का अवलंबन।
§ संक्षिप्त तंत्र साधना: गहन ध्यान, सहज और अंतरंग मैथुन में संलग्न होकर यौन और आध्यात्मिक दोनों स्तरों को पार करना। विवाहपूर्व और विवाह उपरांत जोड़ों के लिए साधना मार्गदर्शन और सुझाव।